Home › Child Development › बच्चों का स्क्रीन टाइम: आसान टिप्स

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आजकल मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर हर जगह हैं। माता-पिता के लिए यह समझना ज़रूरी है कि बच्चों को इस डिजिटल दुनिया में कैसे संभालें ताकि वे सीखते भी रहें और सुरक्षित भी। (बच्चों की परवरिश के टिप्स)
स्क्रीन पूरी तरह बंद करना मुश्किल है, पर समझदारी से इस्तेमाल करना ज़रूरी है।
8 महीने से कम: वीडियो कॉल के अलावा, स्क्रीन बिलकुल नहीं। बच्चे बातचीत और खेलने से सीखते हैं
18-24 महीने: अगर स्क्रीन दिखाएं, तो बस कुछ मिनट (जैसे 5-10 मिनट), अच्छी चीज़ें, और हमेशा साथ बैठकर।
2-5 साल: दिन में ज़्यादा से ज़्यादा 60 मिनट, वह भी सीखने वाली चीज़ें, आपके साथ। (नवजात शिशु की देखभाल)
6 साल+: मनोरंजन के लिए रोज़ 60 से 120 मिनट ठीक हैं। पर पक्का करें कि यह नींद (8-10 घंटे), खेल-कूद (1 घंटा) और पढ़ाई में रुकावट न डाले। लगातार नियम बनाएं।
स्क्रीन टाइम बेहतर कैसे बनाएं? अच्छी चीज़ें चुनें: सीखने वाले ऐप, रचनात्मक खेल या वीडियो कॉल बेहतर हैं।
1. साथ देखें, बात करें : सिर्फ़ फ़ोन पकड़ा न दें। साथ देखें, पूछें कि क्या सीखा।
2. पारिवारिक नियम बनाएं : बच्चों से बात करके नियम तय करें - कब और कहाँ स्क्रीन नहीं देखना है (जैसे खाने की मेज पर, सोने से पहले)।
3. पहले दूसरे काम : स्क्रीन से पहले पढ़ाई, खेल-कूद या घर के काम को बढ़ावा दें। बाहर खेलना ज़रूरी है। (बच्चों का विकास)
4. खुद अच्छी आदतें अपनाएं : बच्चे आपको देखकर सीखते हैं। खाने के समय या परिवार के साथ फ़ोन दूर रखें।
5. इंटरनेट सुरक्षा सिखाएं : बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षित रहना सिखाएं - निजी जानकारी न देना, गलत चीज़ें न देखना, और कुछ भी अजीब लगे तो आपको बताना। (ऑनलाइन सुरक्षा)
लक्ष्य: समझदार और खुश बच्चे
बच्चों को तकनीक के साथ सही रिश्ता बनाने में मदद करें। नियम बनाएं, साथ दें, और उन्हें सोचने-समझने वाला और खुश इंसान बनाएं।
आपकी पेरेंटिंग आसान हो!
1: बच्चों के लिए कितना स्क्रीन टाइम ठीक है?
* 18 महीने से कम : ज़ीरो (वीडियो कॉल छोड़कर)।
* 18-24 महीने: बहुत कम, आपके साथ।
* 2-5 साल: रोज़ 1 घंटा, आपके साथ।
* 6+ साल: तय नियम बनाएं, नींद और खेल-कूद ज़रूरी। (बच्चों का स्क्रीन टाइम)
2: बच्चा नियम न माने तो क्या करें?
शांत रहें, नियम याद दिलाएं। पहले से तय करें कि नियम तोड़ने पर क्या होगा (जैसे अगले दिन कम स्क्रीन टाइम) और उसे लागू करें।
3: क्या स्क्रीन से आँखें खराब होती हैं?
ज़्यादा देखने से आँखों में खिंचाव हो सकता है। 20-20-20 नियम याद रखें (हर 20 मिनट में, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें)। कमरे में रोशनी रखें।
4: बच्चे को ऑनलाइन सुरक्षित कैसे रखें?
उनसे बात करें। सिखाएं कि निजी जानकारी शेयर न करें। अगर ऑनलाइन कुछ गलत लगे तो आपको बताएं। (ऑनलाइन सुरक्षा)
5: बच्चे को स्क्रीन से कैसे दूर रखें?
रोज़ की दिनचर्या में स्क्रीन-मुक्त समय निर्धारित करें (जैसे खाने के समय, सोने से पहले)। बाहरी गतिविधियों, किताबों और खेलों में रुचि बढ़ाएं। स्क्रीन के बदले आकर्षक विकल्प दें। याद रखें, आप जो करते हैं बच्चे वही सीखते हैं। (बच्चों की अच्छी आदतें)
6: क्या एजुकेशनल ऐप्स और गेम्स फायदेमंद हैं?
हां, लेकिन सावधानी से चुनें। शैक्षिक ऐप्स बच्चे की उम्र और विकास के अनुसार होने चाहिए। फिर भी, इन्हें वास्तविक दुनिया के अनुभवों का विकल्प न बनाएं। रोज़ाना 20-30 मिनट से ज्यादा न दें। (डिजिटल शिक्षा)
7: बच्चे के मोबाइल/टैबलेट पर पेरेंटल कंट्रोल कैसे लगाएं?
डिवाइस की सेटिंग्स में जाकर स्क्रीन टाइम या पेरेंटल कंट्रोल ऑप्शन चुनें। उम्र के अनुसार सामग्री फ़िल्टर, समय सीमा और ऐप प्रतिबंध सेट करें। नियमित रूप से उपयोग की निगरानी करें। (डिजिटल सुरक्षा)
8: क्या यूट्यूब बच्चों के लिए सुरक्षित है?
सामान्य यूट्यूब बच्चों के लिए डिज़ाइन नहीं है। यूट्यूब किड्स बेहतर विकल्प है, लेकिन फिर भी निगरानी ज़रूरी है। पहले से वीडियो देखकर जांचें और समय सीमा तय करें। 8 साल से कम उम्र के बच्चों को अकेले न छोड़ें। (बच्चों के लिए सुरक्षित कंटेंट)
9: स्क्रीन के कारण बच्चे का व्यवहार बदल रहा है, क्या करें?
तुरंत स्क्रीन टाइम कम करें। चिड़चिड़ापन, नींद की समस्या, या ध्यान केंद्रित न कर पाना - ये अधिक स्क्रीन टाइम के संकेत हैं। स्क्रीन-मुक्त दिन निर्धारित करें और बाहरी गतिविधियों को बढ़ावा दें। गंभीर मामलों में विशेषज्ञ से सलाह लें। (बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य)
10: क्या बच्चों के लिए सोशल मीडिया सही है?
13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया अनुचित है (अधिकांश प्लेटफॉर्म्स की न्यूनतम आयु भी यही है)। बड़े बच्चों के लिए, सुरक्षित उपयोग के नियम बनाएं, ऑनलाइन दोस्ती और साझा की जाने वाली जानकारी पर चर्चा करें। रोज़ाना 30-60 मिनट से अधिक न दें। (किशोरों की सुरक्षा)
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